duniya ko dekhne ka apna andaaz
देहली वाले बारिश से बेहाल हुए
उनके चहरे घुस्से से कैसे लाल हुए
क्या कर रही ही हुकूमत drainage सिस्टम का
अब तो संसद में भी यह सवाल हुए
रेल हादसे की डाइन खाए जात है
हर तरफ से मुश्किल में इंसानी ज़ात है
मातम ही मातम हर सू दिखाई दे
दिन में भी लगता ही कि काली रात ही